व्याधि हरण के लिए - ऊँ वायु पुत्रायनम:।
जन्मदिन पर - ऊँ चिरंजीवीने नम:।
कार्य सिद्धि के लिए - ऊँ रामदूताय नम:।
शत्रु पर विजय के लिए - ऊँ शूराय नम:
प्रतियोगिता में सफलता के लिए- ऊँ गुणाढ्याय नम:।
अध्यात्म चेतना के लिए- ऊँ महायोगिने नम:।
रोग मुक्ति के लिए - सोमित्र प्राणदाय नम:।
भक्ति प्राप्ति के लिए - ऊँ राम भक्ताय नम:।
कार्य सिद्धि के लिए - ऊँ हनुमते नम:
अभिष्ट व रक्षा के लिए- अंजनागर्भ संभूत कपींद्र सचिवोत्तम।
रामप्रिय नमस्तुभ्यं हनुमत रक्ष सर्वदा।
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