* घर के मुख्य द्वार के पास कूड़े का डिब्बा, झाड़ू इत्यादि न रखें।
* घर की दहलीज को नित्य सास धोए।
* सायंकाल घर के द्वार के पास, तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाएं।
* सायंकाल मुशकपूर के टुकड़े पर 3 लौंग रख कर जलाएं।
* घर के सभी सदस्य सामूहिक रूप से भगवान की आराधना करें। खाना इकट्ठे बैठ कर खाएं।
* रसोई घर में चपाती बना कर पहली चपाती गाय- कुत्ता, कौवे के लिए निकालें और उन्हें खाने को दें।
*
प्रत्येक पूर्णमाशी पर घर में भगवान सत्यनारायण की कथा कराएं, व्रत रखें।
रविवार को नमक न खाएं। नित्य सभी सदस्य सूर्य को जल में रोली, शक्कर डाल कर
अर्ध्य दें।
* बहुएं रविवार को काली कुतिया को रोटी डालें।
ऐसा करते रहने से परिवार में शांति बनी रहेगी। सास बहू को पुत्रीवत मानेगी।
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