Monday, 20 April 2015

राहु और बुध


********' कबूतर को दाना डालना एक पुण्य का काम है | लेकिन इसमें कुछ सावधानी रखनी चाहिए अपने सुना होगा या नहीं सुना होगा की कभी भी घर की छत पे कबूतर को दाना न डाले | अपने आँगन में या balconi में या घर से बाहर डाले लेकिन घर की छत पर नहीं | आइये जानते है , इसका ज्योतिषीय कारण| जन्मकुंडली में बुध और rahu का खराब मेल बहुत बुरा होता है | यदि जन्मकुंडली में बुध और rahu का खराब मेल हो तों इन्सान को इनके खराब योग बनने से कुछ परेशानी भी हो सकती है ऐसे में हम अपनी हरकतों से भी बुध और rahu को एक कर दे या इनको और ख़राब कर दे तों बुरा नतीजा मिलता है |ज्योतिष में बुध से सम्बंधित वस्तुओं मे कबूतर को भी जाना जाता है अब कबूतर बुध और छत हो गयी rahu | अब ऐसे लोग जब छत पे दाना डालते है तों छत पर कबूतर आते है तों एक तरह से बुध और rahu का मेल हो गया. लेकिन कबूतर तों फिर भी दाना खा कर चले जायेगे , वो तों चिंता की बात नहीं लेकिन जब वहां कबूतर आयेगे तों अपने मल से छत को गन्दी कर देगे| छत यानि rahu ख़राब हो जायेगा और बुरा नतीजा मिलेगा | बाकि किसी पार्क या खुले मैदान मे भी दाना दाल सकते है इसी लिये केहते है की छत पर कोई कूड़ा कबाड़ खराब गीली लकड़ी रबर और जंग लगे लोहे का समान ना हो तों हो गया इसका कारण | इसीलिए छत पर दाना नहीं डालना चाइए | जिन लोगो के पास छत पर डालने के अलावा और कोई चारा नहीं है , वो ये पढ़ कर कबूतर को दाना डालना बंद न करे और उसका भी एक तरीका है | वो लोग कबूतर के जाने के तुरंत बाद छत को अच्छे से साफ कर दे | अब बुध और rahu की बात चली है तों २ बाते और | दूसरा की बुध व्यापार भी है और rahu ससुराल है | ऐसे लोग जिनका की कुंडली में बुध और rahu का खराब योग है , उनको ससुराल पक्ष ( rahu ) के साथ मिलकर व्यापार ( बुध ) नहीं करना चाइए |

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